
आयुष्मान आरोग्य मन्दिर टेंडवा बसंतापुर मे केंद्रीय जांच टीम द्वारा जांची गई स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता
आयुष्मान आरोग्य मन्दिर टेंडवा बसंतापुर मे केंद्रीय जांच टीम द्वारा जांची गई स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता
रिपोर्ट वीरेंद्र कुमार राव, बहराइच। पहले जब कोई बीमार पड़ता, तो गांव के लोग कहते थे यहाँ इलाज नहीं होगा, शहर चलो, लेकिन अब यह सोच बदल रही है। ‘राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्वास) नीति’ के चलते अब उच्च मानकों के अनुरूप इलाज गाँव के पास है। इस नीति को ज़मीन पर उतारने में पंचायत और स्वास्थ्य विभाग की सक्रिय सहभागिता रही। नतीजा आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में इलाज, सुविधा और सम्मान तीनों एक साथ अब गाँवो के दरवाज़े पर मिलने लगे। तेजवापुर के अंतर्गत आयुष्मान आरोग्य मंदिर टंडवाबसंतापुर मे केंद्रीय टीम द्वारा एनक्वास प्रमाणन किया गया।
अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तेजवापुर डॉ अभिषेक अग्निहोत्री बताते है कि ,एनक्वास प्रमाणन एक राष्ट्रीय मानक है, जो स्वास्थ्य केंद्रों को तभी मिलता है जब वे इलाज, दवाएं, सफाई, उपकरण, प्रशिक्षित स्टाफ और मरीजों के सम्मान जैसी जरूरी बातों में पूरी तरह खरे उतरते हैं।स्वास्थ्य सेवाएं नज़दीक होने से ज़्यादा फायदा महिलाओं बच्चो और बुजुर्गों को हुआ, जो पहले दूरी और खर्च के कारण इलाज टाल देते थे। आशा कार्यकत्री क्षेत्र से बीमार लोगों को नजदीकी आयुष्मान आरोग्य मन्दिर पर भेजती हैं जहां पर उपस्थित सीएचओ व एएनएम मरीज की आवश्यक जांच व उपचार करती हैं तथा आवश्यकता अनुसार उन्हें ई-संजीवनी ओपीडी के माध्यम से चिकित्सक व विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श के अनुसार दवाएं आदि उपलब्ध करती है। ग्राम प्रधान टेंडवा बसंतापुर का उक्त फैसल्टी के कायाकल्प मे बहुत योगदान रहा व समय-समय पर बेहतर इलाज हेतु आवश्यक सहयोग करते है जिससे आम जनमानस को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके। सरकार द्वारा आयुष्मान आरोग्य मन्दिरो में भी बेहतर इलाज हेतु अब 62 आवश्यक दवाओं के स्थान पर 84 आवश्यक दवाएं तथा 12 प्रकार की जाँच उपलब्ध कराई गयीं है।
जिससे सामान्य आपातकाल सेवाओं सहित आँख, नाक, कान, गला, बर्न, मानसिक स्वास्थ्य, बुजुर्गों की देखभाल जैसी प्रमुख सेवाएं गांव के पास ही मिल रही हैं। सीएचओ प्रतीक्षा सिंह बताती हैं, “एनक्वास नीति ने हमें एक साफ दिशा दी। अब लोग समय पर इलाज के लिए आ रहे हैं और दूसरों को भी प्रेरित कर रहे हैं। वह हर महीने औसतन 425 मरीजों को सेवाएं दे रही हैं। एनक्वास प्रमाणन से बदलाव दिखाई दिया है इन केंद्रों में अब सिर्फ दवा नहीं, बल्कि साफ-सफाई, संक्रमण से बचाव, त्वरित इलाज मिल रहा है और समय-समय पर वेलनेस एक्टिविटी द्वारा लोगों को स्वस्थ रहने हेतु भी संदेश दिए जा रहे है जिससे लोग निरोगी जीवन के साथ साथ एक स्वस्थ समाज की संकल्पना को साकार कर सके। इस दौरान जिला क्वालिटी एश्योरेंस सहायक प्रदीप कनौजिया, बीसीपीएम रोहित वर्मा, सीएचओ प्रतीक्षा सिंह,एएनएम श्वेता, आशा सुनीता देवी, संजू देवी जाहिरा, सोनिया व आंगनबाड़ी आदि लोग मौजूद रहीं।