-->
 कोतवाली देहात पुलिस का अजीबो गरीब खेल बिना जांच के दर्ज कर दिया मुकदमा

कोतवाली देहात पुलिस का अजीबो गरीब खेल बिना जांच के दर्ज कर दिया मुकदमा

 


कोतवाली देहात पुलिस का अजीबो गरीब खेल बिना जांच के दर्ज कर दिया मुकदमा

कोतवाली देहात पुलिस ने नाबालिक को भी बना दिया आरोपी 

विवादित जमीन पर आवास सर्वे को लेकर हुई थी दो पक्षों में कहासुनी ,पुलिस ने किया एक पक्षीय करवाई

वीरेंद्र कुमार राव, बहराइच। थाना कोतवाली देहात पुलिस फर्जी मुकदमा दर्ज कर वाहवाही लूटने में माहिर हैं। लापरवाही का आलम यह है कि पुलिस ने एक मामले में बिना जांच मुकदमा दर्ज कर दिया है। पीड़ित ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसपी बहराइच को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। ज्ञातव्य हो कि बीते 8 मई को थाना कोतवाली देहात ग्राम पंचायत हेमरिया में प्रधानमंत्री आवास योजना हेतु सर्वे कार्य रोजगार सेवक राम कुमार द्वारा किया जा रहा था। इस दौरान गांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य रोहिताश द्वारा गांव के ही एक अपात्र परिवार का आवास योजना में सर्वे कराया जा रहा था।

 इसी जानकारी जब ग्राम प्रधान राम छबीले यादव के छोटे भाई धर्मेन्द्र मौके पर पहुंचे तो बीडीसी से अपात्र परिवार का सर्वे कराने का कारण पूछा तो वह भड़क गए। उन्होंने ग्राम प्रधान समेत पूरे परिवार को फर्जी मुकदमे फंसाने की धमकी देते हुए चले गए। इस मामले में पीड़ित ग्राम प्रधान ने कोतवाली देहात में प्रार्थना पत्र दिया। लेकिन पुलिस ने उल्टा ग्राम प्रधान राम छबीले व उनके दो भाई समेत 18 अज्ञात पर पुलिस ने बिना जांच के मुकदमा दर्ज कर दिया। जबकि 8 मई को ग्राम प्रधान राम छबीले किसी कार्य से बाहर गए थे। ग्राम प्रधान राम छबीले ने बताया गांव के ही क्षेत्र पंचायत सदस्य रोहिताश गांव के ही इन्द्रराज पुत्र हुसैनी का 

प्रधानमंत्री आवास सर्वे के लिए रोजगार सेवक को लेकर गए थे। ग्राम प्रधान ने बताया कि इन्दराज पूर्व में आवास पा चुके हैं। इन्द्रराज का आवास बना भी है।पूरी तरह परिवार अपात्र है। लेकिन रोहिताश गांव के इन्द्रराज पुत्र हुसैनी को सामने एक विवादित जमीन पर अस्थाई झोपड़ी रखकर उसमें चूल्हा इत्यादि व्यवस्था करके रोजगार सेवक से जबरन आवास का सर्वे कर रहे थे। इसी का विरोध किया तो बीडीसी ने फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया।ग्राम प्रधान राम छबीले ने बताया कि मामले की जानकारी चौकी समेत थाने पर दी गई थी लेकिन पुलिस ने एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए उल्टा तीन नामजद समेत 18 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर दिया है। विपक्षियों द्वारा जो गवाह थे। उन्होंने बताया कि मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। 

जबकि स्थानीय ग्रामीण दशरथ, मयंकर, रमेश, मुंशीराम, बहादुर,जीतू,सिद्धू, रामू,शिव गोपाल ने बताया कि सर्वे के दौरान दोनों पक्षों के बीच किसी प्रकार का विवाद नहीं हुआ था पुलिस द्वारा दर्ज किया गया मुकदमा पूरी तरह फर्जी है। वही दूसरी ओर रोजगार सेवक ने बीडीसी पर जबरन आवास का सर्वे करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि बीडीसी द्वारा लगातार मुझे फोन करके आवास सर्वे के लिए जबरन बुलाया जा रहा था। रोजगार सेवक राम कुमार ने बताया कि सर्वे के दौरान दोनों पक्षों के बीच किसी भी प्रकार का कोई विवाद नहीं हुआ था। मारपीट व अपरहण की बात पूरी तरह निराधार है। ग्राम प्रधान राम छबीले ने एसपी राम नयन सिंह को प्रार्थनापत्र देकर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।